Gold Rate Today: सोने की कीमतों ने एक बार फिर नया रिकॉर्ड बनाया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1.6 प्रतिशत बढ़कर 2,551.19 डॉलर प्रति औंस (लगभग 76,530 रुपये) तक पहुंच गया है। वहीं भारत में सोने का हाजिर भाव 74,600 रुपये प्रति 10 ग्राम है। यह तेजी कई कारणों से देखने को मिल रही है।
तेजी के पीछे के कारण
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति
सोने की कीमतों में इस उछाल का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सितंबर में होने वाली फेड की बैठक में 25 से 50 बेसिस पॉइंट तक की कटौती हो सकती है।
कमजोर डॉलर
डॉलर इंडेक्स में कमजोरी भी सोने की कीमतों को बढ़ा रही है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं।
भू-राजनीतिक तनाव
दुनिया भर में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव भी सोने की मांग बढ़ा रहे हैं। अनिश्चितता के समय में सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
विशेषज्ञों की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी के अनुसार, सोने की कीमतों को 71,750 से 71,500 रुपये के बीच समर्थन मिलने की उम्मीद है। वहीं 72,200 से 72,350 रुपये के स्तर पर प्रतिरोध देखने को मिल सकता है।
भविष्य में कीमतों का अनुमान
बैंक ऑफ अमेरिका का अनुमान
बैंक ऑफ अमेरिका के विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। भारतीय रुपयों में यह लगभग 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा।
गोल्डमैन सैक्स का दृष्टिकोण
गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि 2025 की शुरुआत तक सोने की कीमतें 2,700 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं। इसका मतलब है कि भारत में सोने का भाव 81,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
निवेशकों के लिए सुझाव
1. लंबी अवधि के निवेश के लिए सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
2. कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावना को ध्यान में रखें।
3. अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए सोने का उपयोग करें।
4. बड़े निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लें।
सोने की कीमतों में यह तेजी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और केंद्रीय बैंकों की नीतियों का प्रतिबिंब है। हालांकि कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में और भी तेजी आ सकती है। निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेना चाहिए और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। सोने में निवेश करते समय अपने जोखिम प्रोफाइल और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।