Gold Rate: सोने और चांदी की कीमतों में इन दिनों जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत पहली बार 2550 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई है, जो एक नया रिकॉर्ड है। एक ही दिन में सोने की कीमत 40 डॉलर से ज्यादा बढ़ गई। इसी तरह, चांदी की कीमत में भी 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई और यह 30 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई।
घरेलू बाजार का हाल: MCX पर सोने-चांदी की कीमतें
भारतीय बाजार में भी सोने-चांदी की कीमतों में तेजी देखी गई। MCX पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना 900 रुपये बढ़कर 72,850 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। चांदी की कीमत में भी 2,500 रुपये की बड़ी छलांग देखी गई और यह 86,900 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई।
दिल्ली सर्राफा बाजार: चांदी में भारी उछाल
दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोने की कीमत में 250 रुपये की मामूली गिरावट आई, जबकि चांदी की कीमत में 2,000 रुपये का जबरदस्त उछाल देखा गया। सोने की कीमत 74,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही, वहीं चांदी 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में चांदी की कीमत में कुल 3,200 रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है।
कीमतों में तेजी के कारण
इस तेजी के पीछे कई कारण हैं:
1. फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक: अगले हफ्ते होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना है। इस खबर से सोने-चांदी की मांग बढ़ गई है।
2. यूरोपीय सेंट्रल बैंक का फैसला: गुरुवार को यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने इस साल दूसरी बार ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की। इससे डॉलर पर दबाव बढ़ा है और सोने की मांग बढ़ी है।
3. डॉलर इंडेक्स में गिरावट: डॉलर इंडेक्स 101.5 के स्तर तक गिर गया है, जिससे सोने की कीमत में तेजी आई है।
4. अमेरिकी बॉन्ड यील्ड: 10 साल की अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 3.7% के स्तर पर है, जो सोने के लिए अनुकूल है।
विशेषज्ञों की राय
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी (कमोडिटी रिसर्च) कायनात चैनवाला के अनुसार, कॉमेक्स सोना 2,558 डॉलर प्रति औंस के साप्ताहिक उच्चस्तर पर पहुंचा। हालांकि, महंगाई के आंकड़े जारी होने के बाद इसमें थोड़ी गिरावट आई। बाजार अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में मामूली कटौती की संभावना पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
भविष्य के संकेत
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और तेजी आ सकती है। फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में ब्याज दरों में कटौती की घोषणा होने पर कीमतों में और उछाल देखने को मिल सकता है।
निवेशकों के लिए सुझाव
इस तेजी के बीच निवेशकों को सावधानी से कदम उठाने की सलाह दी जा रही है। बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, इसलिए लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही किसी निवेश निर्णय पर पहुंचना चाहिए।
इस प्रकार, सोने और चांदी की कीमतों में आई तेजी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और केंद्रीय बैंकों की नीतियों का प्रतिबिंब है। आने वाले दिनों में बाजार की नजर फेडरल रिजर्व की बैठक पर टिकी रहेगी, जो कीमतों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।